कानपुर के ककवन के बिहारीपुर में स्थित अस्थाई गौशाला में गायों का मरने का सिलसिला लगातार जारी है। लेकिन वहीं पर भ्रष्ट कर्मचारी और आला अधिकारी अपनी जान बचाने के लिए अब गायों का जलाने का और साक्ष्य मिटाने का काम कर रहे हैं। ऐसे में मानवता को शर्मसार करने वाले आला अधिकारी मौजूद है। बिल्हौर तहसील में बेजुबान के मौतों से अधिकारी अपनी जेब भर रहे हैं। सरकार की पहल पर प्रदेश भर में जगह-जगह गौशाला खोल दिए गए। सरकार द्वारा इन गौशालाओं में गायों के देखरेख के लिए धन भी आवंटित किए जाने लगा। इसी के साथ भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा गायों के भरण पोषण को दरकिनार कर सरकारी खजाने से आवंटित धनराशि को बंदरबांट कर अपनी जेब भरने का काम शुरू हो गया और हद तब हो गई जब गौशालाओं में हो रही लगातार मौतों पर कोई भी गौ रक्षा की ठेकेदारी का ढिंढोरा पीटने वाला संगठन निकलकर सामने नहीं आया। प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य योगी नाथ प्रदेश भर में गाय की सुरक्षा व जीवन बचाने के लिए गौरक्षा योजनाओं पर प्रतिमाह करोड़ों रुपए खर्च कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ अधिकारी प्रदेश भर में बनाए गए अस्थाई गौशालाओं में दिए जाने वाले पैसे का बंदरबांट कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामला बिहारीपुर गांव में बनी अस्थाई गौशाला की है। जहां पर गौशाला में गायों को हरा चारा तो दूर भरपेट सूखा चारा भी मिलना नसीब नहीं हो रहा है और ना ही इस कड़ाके की ठंड में उनके लिए सर्दी से बचाव का कोई उपाय किया नहीं गया।