झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को स्थापित करने से लेकर सत्ता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले सरयू राय (Saryu Rai) को इस बार पार्टी ने साइडलाइन कर दिया था, जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा। चुनाव परिणाम आए तो पार्टी सत्ता खो बैठी। उधर, बीजेपी से अलग किए गए गए सरयू राय ने चुनाव में जीत दर्ज की। सरयू की जीत पर बिहार के बक्सर स्थित इटाढ़ी प्रखंड के उनक पैतृक गांव खनिता में जश्न का माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि अगर बीजेपी ने सरयू को साथ रखा होता तो उसकी दुर्दशा नहीं होती।
बीजेपी के कद्दावर नेता रहे सरयू राय
झारखंड में बीजेपी के कद्दावर नेता तथा खाद्य व आपूर्ति मंत्री रह चुके सरयू राय का परिवार खनिता गांव में रहता है। यहां उनकी पुत्रवधू निधू देवी मुखिया हैं। मतगणना के रुझानों में बढ़त की खबर आने के बाद से उनके आवास का नजारा जश्न का हो गया था। ग्रामीण निर्दलीय सरयू राय के मुख्यमंत्री रघुबर दास पर जीत को लेकर आश्वस्त थे।