वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग,
०७ अप्रैल, २०१९
विश्रांति शिविर,
गांधीधाम, गुजरात
प्रसंग:
क्या भाग्य बदला जा सकता है?
क्या सब कुछ भाग्य पर ही निर्भर होता है?
क्या जीव अपना भाग्य बदल सकता है?
भाग्य का अध्यात्म से क्या संबंध है?
क्या मुक्ति के लिए भाग्य का साथ होना आवश्यक है?
संगीत: मिलिंद दाते