वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
२५ जून २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
दोहा:
पावस देखि रहीम मन, कोइल साधे मौन |
अब दादुर वक्ता भए, हमको पूछे कौन |
प्रसंग:
मन कैसे शीतल पाये?
"पावस देखि रहीम मन, कोइल साधे मौन" रहीम कोइल शब्द को क्या बता रहे है?
शोर का आकर्षण क्यों भाता है?