वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, अद्वैत बोध शिविर
२८ जनवरी, २०१७
शिवपुरी, ऋषिकेश
प्रसंग:
हमें अकेलेपन में क्यों नहीं रह पाते है?
क्या कैवल्य हमारा स्वभाव है?
हमारे रिश्ते में अपूर्णता क्यों दिखती है?
रिश्ते में पूर्णता कैसे लाये?
क्या हमारा मौत भी निर्धारित है?
जीवन कैसे जीये?
जैसा जीवन वैसी मृत्यु?