वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, फ्री हर्ट्स शिविर
१९ फ़रवरी, २०१८
ऋषिकेश
प्रसंग:
कम काम या ज़्यादा काम?
हम इतना सोचते क्यों हैं?
हम सोचते ज्यादा है पर काम कम करता है क्या करूँ?
कैसे जाने की जो कर रहा हूँ उचित है या नहीं?
क्या हमारा स्वभाव हैं सोचना?
सोच कहाँ से उठती है?