मानो कि पाया है, और धन्यवाद दो || आचार्य प्रशांत (2018)

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वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२८ जून, २०१८
अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
संत कबीर के वचनों को जीवन में कैसे उतारे?
गुरु के प्रति धन्यवाद कम क्यों हो जाता है?
आचार्य जी, कृतज्ञता का जो भाव मेरे अंदर पहले था, वो अब नहीं रहाI ऐसा क्यों?
गुरु के प्रति निरंतर समर्पित कैसे रहें?
क्या गुरु के प्रति कृतज्ञता होना आवश्यक है?

संगीत: मिलिंद दाते

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