वीडियो जानकारी:
संवाद सत्र
९ अप्रैल, २०१३
के.आई .एम.टी, मुरादाबाद
प्रसंग:
क्यों कहा जाता है कि प्रेम, आनंद, मुक्ति और निडरता हमारे स्वभाव हैं?
हमारा असली स्वभाव क्या है?
स्वभाव क्या है?
हमारे अंदर स्वभाव कहाँ से आती है?
असली स्वभाव कैसे जाने?
स्वभाव से कैसे जुड़ें?
स्वाभाव के साथ निरंतर कैसे बने रहें?
जीव का मूल स्वभाव क्या है?
संगीत: मिलिंद दाते