मन इतने दुख में क्यों है? || आचार्य प्रशांत, गुरु नानकदेव पर (2014)

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वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२० जुलाई २०१४,
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

शबद हज़ारे (नितनेम)
जीउ डरतु है आपणा कै सिउ करी पुकार ||

प्रसंग:
जीवन इतना दुखी क्यों है?
दुःख कैसे कम करें?
दुःख से हमेशा के लिए कैसे मुक्त हों?
क्या जीवन सुख- दुःख का चक्र है?

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