रायपुर. छत्तीसगढ़ के बहुत से ऐसे लोक कलाकार हैं, जो आज भी गुमनामी का जीवन जी रहे हैं। कुछ चुनिंदा कलाकारों को ही हमेशा मंच, सम्मान और आर्थिक मदद मिलती है। इसका विरोध लोक कलाकरों ने नाच-गाकर किया। बुधवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के धरना स्थल पर विरोध प्रदर्शन हुआ, मगर कलात्मक ढंग से। महाभारत के प्रसंगों को पंडवानी (गायन की छत्तीसगढ़ी विधा) के जरिए अपना विरोध प्रकट किया। इस दो दिवसीय धरना का आयोजन छत्तीसगढ़ लोक कलाकार संघ के बैनर तले हुआ ।