वीडियो जानकारी:
संवाद सत्संग
९ नवम्बर, २०१३
ऐ.के.जी.ई.सी, ग़ाज़ियाबाद
प्रसंग:
तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है ये किनकी बात की जा रही है?
इस गाने में "तू" का क्या आशय है?
खुदा करे की ये दीवानगी रहे बाकी यहाँ दीवानगी से क्या आशय है?
समाज में कुछ अलग सोचनेवाले को पागल क्यों घोषित कर दिया जाता हैं?
भेड़ चाल चलना हमें क्यों भाँति है?