महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को जीत मिली थी लेकिन सत्ता में बराबरी की खींचतान को लेकर गठबंधन टूट गया. सरकार बनाने के लिए गवर्नर की तरफ से पार्टियों को बुलावा आया लेकिन कोई सरकार बनाने की स्थिति में नहीं था. इसी बीच राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया. फिर खबर आई की शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने जा रही है. अचानक से 23 नवंबर को सुबह 8 बजे देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद और अजित पवार उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लेते हैं जिससे महाराष्ट्र में भूचाल आ जाता है.
लेकिन फिर मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट जहां से फ्लोर टेस्ट के लिए 24 घंटों का वक्त दिया गया. ऐसे में बीजेपी बहुमत साबित करने में समर्थ नहीं थी वहीं शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने अपने विधायकों की परेड कराई और शक्ति प्रदर्शन किया. लिहाजा फडणवीस और अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया और आखिरकार महा विकास अघाड़ी की सरकार बनने जा रही है.