इंसान इतना विकृत क्यों हो जाता है? || आचार्य प्रशांत (2017)

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वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२० अगस्त, २०१७
अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
इंसान ही इतना ठोकरें क्यों खाता है?
इंसान इतना विकृत क्यों हो जाता है कि खुन-खराबा तक उतर जाता है?
इंसान का अहंकार कैसे खत्म हो?
बच्चे को किस प्रकार के संस्कार मिलना चाहिए?
अपने जीवन को कैसे देखे?

संगीत: मिलिंद दाते

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