मध्यप्रदेश की सियासत में कांग्रेस में जिन तीन नेताओं का डंका बजता है। उनमें प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम प्रमुख है। इस तिकड़ी में बाकी दो नेताओं का काम तो ठीक चल रहा है ग्वालियर बेल्ट के प्रभावशाली नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नक्षत्र शायद ठीक-ठाक नहीं चल रहे हैं। पहले तो सिंधिया प्रदेश के मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बनने से चूक गए। इसके बाद उनके ही नेतृत्व में उत्तरप्रदेश का लोकसभा चुनाव भी कांग्रेस बुरी तरह हारी। वहीं वे खुद भी अपने गृहक्षेत्र से लोकसभा का चुनाव हारे। इसके बाद उन्हें प्रदेशअध्यक्ष बनने से कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेताओं ने रोक दिया और अब सिंधिया को प्रदेश की सियासत में सिंधिया का कोई वजूद लगभग नज़र नहीं आ रहा है।