वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
२१ जून २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
क्या जीवन की सारी दुर्बलता राम को भुलाने के कारण ही है?
जीवन की मूल दुर्बलता क्या है?
राम से दूरी से क्या आशय है?
जीवन को राममय कैसे बनाएं?
अहंकार राम को क्यों भुला देना चाहता है?
क्या प्रभु राम ही बेड़ा पार करेंगे?
रामचरितमानस को कैसे समझें?
राम दुःख के समय ही क्यों याद आते हैं?
क्या परमात्मा के अतरिक्त संसार में कुछ भी अकथनीय है?
अहंकार राम को खुद से बड़ा क्यों स्वीकार नहीं करता?
क्या राम ही जीवन का आधार हैं?