नींद बेहोशी भरी; जागृति भी बेहोशी गहरी || आचार्य प्रशांत ( 2015)

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वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२१ जून २०१५,
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
क्या आँखों का खुलना ही जागृति है?
बेहोशी मानसिक होती या शारीरिक?
बेशोशी से को जीवन से कैसे हटाएं?

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