अतीत और दूसरों की बातों से अप्रभावित कैसे रहें? || आचार्य प्रशांत (2013)

Views 1

वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१७ फरवरी २०१३
अद्वैत बोध्स्थल, नॉएडा

प्रश्न: आचार्य जी, अपने ऊपर से अतीत का प्रभाव कैसे कम करें?

आचार्य जी: कोई आपको कुछ कहता है तो उसे जानकारी की तरह सुनिए। उसके बाद हमारे पास अपना विवेक है, हम परख लेंगे कि तुमने कुछ बोला है क्या पता उसमें कुछ सचाई भी हो।

जिसके कहने से तुम्हें बुरा लगा वो तुम्हारा मालिक बन गया और फिर तुम्हें उसकी बात से बुरा भी लगेगा।

प्रसंग:
अतीत में की गई गलतियाँ दोबारा ना हो उसके लिए क्या करें?
वर्त्तमान जीवन में अतीत का क्या महत्त्व है?
अतीत की समस्याओं से छुटकारा कैसे मिले?
अतीत बोझ सा क्यों लगता है?
अतीत और दूसरों की बातों से अप्रभावित कैसे रहें?

संगीत: मिलिंद दाते

Share This Video


Download

  
Report form
RELATED VIDEOS