वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
९ नवम्बर २०१३
ए.के.जी.ई.सी.,गाज़ियाबाद
प्रसंग:
क्या रोकता है आपको एक नया और बेबाक जीवन जीने से?
क्या आप भी अपने जीवन को एक नयी दिशा देना चाहते हैं?
क्या ऐसा लगता है कि जीवन में कोई ऊर्जा नहीं रही?
क्या आपको जीवन में ऊब और नाकामी का सामना करना पड़ रहा है?
क्या आप इस रोज़मर्रा के मशीनी जीवन को पूरी तरह से बदलना चाहते हैं?
क्या आप में भी जज़्बा है एक नयी कहानी लिखने का?
ऐसी कहानी - जो सिर्फ आपकी है?
संगीत: मिलिंद दाते