जोधपुर. महज 48 घंटे में दुश्मन के ठिकानों को फतह करने के लक्ष्य से थल सेना की 21 स्ट्राइक काेर 'सुदर्शन चक्र' का मैराथन वार गेम सिंधु सुदर्शन साेमवार सुबह शुरू हो गया। इस युद्धाभ्यास के जरिये भारतीय सेना बदली परिस्थितियों को ध्यान में रख तैयार किए गए किसी भी युद्ध के अपने नए डॉक्ट्रेन को परख रही है। इस दौरान इंटीग्रेटेड फायर पावर की जोरदार नुमाइश की जा रही है। आसमां से लेकर जमीनी हमले करने में सक्षम खास हथियारों के माध्यम से भारतीय सेना अपनी फायर पावर प्रदर्शित कर रही है। पोकरण फायरिंग रेंज आज सुबह से गोला बारूद के धमाकों से लगातार गूंज रही है। भारतीय गोलों की की धमक सीमा पार पाकिस्तान तक सुनाई दे रही है।