वीडियो जानकारी:
संवाद सत्र
६ मार्च २०१४
आई.टी.एम. यूनिवर्सिटी
गुड़गाँव
प्रसंग:
अत्याधिक धन कमाने की इच्छा क्यों उठती है?
जीवन में पैसे का कितना महत्त्व है?
जीवन-यापन करने के लिए धन की आवश्यकता होना और मन का धन-लोलुप हो जाना; इन दोनों स्थितियों में क्या अंतर है?
मन हमेशा अधिक से अधिक धनार्जन करने में क्यों लगा रहता है?
ऐसा क्या है जो धन नहीं दे सकता?
पैसा कितना आवश्यक है और क्यों?