यह किस्सा 1991 के विधानसभा चुनाव का है...जब राजीव गांधी की हत्या से हरियाणाा के चुनावी समीकरण बदल गए थे। चौधरी बिरेंद्र सिंह का मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा था, लेकिन अचानक से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भजनलाल पहुंच गए।