मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन व्यापक हिंसा का रूप ले चुका है। आंदोलनकारियों के निशाने पर सार्वजनिक संपत्ति है। किसानों से अब आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है क्योंकि किसानों के आक्रोश की आग अब सड़कों पर उतर आई है और सामने पड़ने वाली हर चीज को जला देने पर आमादा है।