नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा को लेकर एक दूसरे को चुनौती दे रहे विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण गुरुवार को भी संसद की कार्यवाही नहीं चल पाई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। विपक्ष ने आज भी नोटबंदी पर चर्चा की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। शुक्रवार को शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन है और पूरा सत्र ही हंगामे की भेंट चढ़ गया। संसद में लगातार गतिरोध के चलते वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी का आक्रोश फिर से फूट पड़ा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा किए बिना यदि शुक्रवार को लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई तो संसद हार जाएगी और हम सब की बहुत बदनामी होगी।