नोटबंदी का प्रभाव भारतीय कूटनीति पर भी पड़ रहा है। नकदी की कमी के चलते अपने दूतावास में कामकाज प्रभावित होने पर रूस ने भारत के समक्ष अपना कड़ा विरोध जताते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। रूसी राजदूत एलेक्जेंडर कदाकिन ने विदेश मंत्रालय को एक पत्र लिखकर रूसी राजनयिकों के नकदी निकासी पर लगी रोक के मामले में हस्तक्षेप करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रति सप्ताह 50 हजार रुपए की अपर्याप्त सीमा से दूतावास का सामान्य कामकाज प्रभावित हो रहा है। उनके पत्र के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक ने दूतावास को सूचित किया है कि जब तक रिजर्व बैंक कोई निर्देश नहीं दे, भारत सरकार के निर्देश के मुताबिक दूतावास के लिए प्रति हफ्ते 50 हजार रूपए की निकासी सीमा है। पत्र कहता है, 'वेतन एवं परिचालन खर्च संबंधी दूतावास की जरूरतों के लिहाज से यह राशि पूरी तरह से अपर्याप्त है।' रूसी दूतावास में एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां बताया कि हम लोग विदेश मंत्रालय के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही इसका हल तलाशा जाएगा, अन्यथा हम मॉस्को में आपके दूतावास के ‘इंडियन मिनिस्टर काउंसलर’ को तलब कर उनके समक्ष इस मुद्दे को उठाने सहित अन्य विकल्पों पर सोचने को मजबूर हो जाएंगे।