क्रिकेट से राजनीति में आए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि वह पंजाब बचाने के लिए कांग्रेस में आए हैं इसलिए किसी भी नेता के साथ और कहीं से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर पार्टी में शामिल होने के एक दिन बाद सिद्धू ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में कहा कि उनकी लड़ाई पंजाब का गौरव लौटाने की है और इसी मकसद से वह कांग्रेस में शामिल हुए हैं। कांग्रेस नेतृत्व इस मुहिम में उन्हें जिस नेता के तहत और जिस सीट से भी चुनाव लड़ने को कहेगा वह पार्टी हाई कमान के आदेश का पालन करेंगे। सिद्धू ने कांग्रेस को कौशल्या बताया वहीं अपनी पूर्व पार्टी भाजपा को कैकेई कहा।
सिद्धू ने कहा कि वह पंजाब के स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस में आए हैं। भाजपा छोड़ने और कांग्रेस में शामिल होने संबंधी सवाल पर सिद्धू ने कहा कि भाजपा ने पंजाब में गठबंधन के लिए अकाली दल को चुना था और उन्होंने पंजाब को बचाने का विकल्प चुना था। इस मुद्दे पर असहमति के बाद उन्होंने भाजपा छोड़ दी। आम आदमी पार्टी से उनकी बातचीत जरूर हुई थी, लेकिन यह पार्टी उन्हें चुनाव नहीं लड़ाना चाहती थी, इसलिए उनके पास कांग्रेस के सिवा कोई विकल्प नहीं था। बताया जाता है कि सिद्धू अमृतसर पूर्वी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे और विधानसभा चुनाव में पार्टी के स्टार प्रचारक होंगे।