भाजपा नेता वरुण गांधी इस आरोप के बाद विवादों में घिरे नजर आए कि उन्होंने हनी ट्रैप के बाद रक्षा संबंधी मामलों के बिचौलिए अभिषेक वर्मा को रक्षा संबंधी गोपनीय दस्तावेज मुहैया कराए थे। वहीं वरुण ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि वह 2004 से वर्मा से नहीं मिले हैं। इससे पहले एक कथित अमेरिकी व्हिसल ब्लोअर एडमंड एलन ने वरुण गांधी पर आर्म्स डीलर के हनी ट्रैप में फंसने का आरोप लगाया है, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए गांधी ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। इस मामले पर वरुण गांधी का कहना है कि 'मैं जब लंदन में पढ़ रहा था, उस दौरान मेरी अभिषेक वर्मा से मुलाकात हुई थी। उस वक्त मेरी उम्र 22 साल थी। बाद में, डिफेंस कमेटी में मैं मेंबर जरूर था लेकिन वहां की सीक्रेट बातें मुझे नहीं बताई जाती थी। ऐसे में सीक्रेट बातें लीक करने का सवाल ही नहीं उठता।