प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर समस्या का संविधान के दायरे में बातचीत से स्थायी समाधान खोजने की आवश्यकता पर बल देते हुए सोमवार को सभी राजनीतिक दलों से इसके लिए मिलकर काम करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर से आए विपक्ष के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान राज्य की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी जान गंवा रहे हैं, वे हमारा हिस्सा हैं। चाहे वे युवा हों, सेना के जवान हों या पुलिसकर्मी हों, वे इस देश का नागरिक हैं। प्रतिनिधिमंडल में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के गुलाम अहमद मीर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के हकीम मोहम्मद, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एमवाई तारीगामी, डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट
के गुलाम हसन मीर और अन्य नेता शामिल थे। बैठक के बाद अब्दुल्ला ने बताया कि बातचीत खुले और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई।