दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भारत और विदेशों में करोड़ों लोगों ने योग किया। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चंडीगढ़ में योगासन करते हुए मुख्य समारोह का नेतृत्व किया और कहा कि योग धार्मिक कार्य नहीं है। प्रधानमंत्री ने रक्षा बलों और स्कूली बच्चों सहित 30 हजार लोगों के साथ योग किया। उन्होंने कहा कि योग हमें शून्य बजट में स्वास्थ्य सुनिश्चित करता है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में योग समारोह की शुरूआत की जहां बड़े योग कार्यक्रम में करीब एक हजार लोगों ने भाग लिया। योग को लेकर विवाद भी हुआ जब केरल की स्वास्थ्य मंत्री और माकपा की वरिष्ठ नेता के. शैलजा ने इस कार्यक्रम के दौरान संस्कृत ‘श्लोक’ पढ़े जाने पर आपत्ति जताई। दूसरी ओर बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने कोई औपचारिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया। हालांकि रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, रामकृपाल यादव उन केंद्रीय मंत्रियों में रहे जिन्होंने आज बिहार में अलग-अलग कार्यक्रमों में योग सत्र में हजारों लोगों की अगुवाई की। पुडुचेरी में उपराज्यपाल किरण बेदी ने वृहद् योग शिविर में हिस्सा लिया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में योग समारोह में हिस्सा लिया। जयपुर में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री उमा भारती कार्यक्रम में मौजूद रहे।