इशरत जहां मुठभेड़ मामले के संबंध में पूर्व गृह सचिव जीके पिल्लई ने शुक्रवार को नया खुलासा किया है कि इशरत के मामले में जांच को प्रभावित करने के लिए राजनीतिक दबाव बनाया गया था। पिल्लई ने अंग्रेजी समाचार चैनल टाइम्स नाउ को दिए एक साक्षात्कार में इशरत की मुठभेड़ से संबंधित गुजरात उच्च न्यायालय में सरकार की ओर से जो एफिडेविट दाखिल किए गए उसमें राजनीतिक रूप से हस्तक्षेप के बाद बदलाव किया गया था। हालांकि पिल्लई ने इस बारे में नहीं बताया कि दूसरे एफिडेविट में क्यों बदलाव किया गया। उल्लेखनीय है कि इशरत, जावेद शेख, अमजद अली, अकबर अली राणा तथा जीशान जौहर वर्ष 2004 में अहमदाबाद में कथित मुठभेड़ में मारे गए थे।