प्रियंका चोपड़ा लंबे समय से फिल्म निर्माता बनना चाहती थीं। मधुर भंडारकर के साथ मिलकर 'मैडमजी' नामक फिल्म शुरू करने वाली थी, लेकिन फिल्म घोषणा से आगे नहीं बढ़ पाई। कहा जाता है कि फिल्म की कहानी मल्लिका शेरावत की 'डर्टी पॉलिटिक्स' से मिलती थी इसलिए प्रियंका ने कदम पीछे खींच लिए।
अब धमाकेदार तरीके से प्रियंका ने अपना प्रोडक्शन हाउस परपल पेबल पिक्चर्स शुरू किया। इस बैनर तले वे तीन क्षेत्रीय भाषाओं में फिल्में बनाने जा रही हैं। 'बम बम बोल रहा है काशी' भोजपुरी भाषा में, 'वेंटिलेटर' मराठी में और 'एक ओंकार' पंजाबी में होगी।
भविष्य में वे हिंदी सिनेमा, टीवी कंटेंट, न्यू एज डिजीटल कंटेंट और एड फिल्म्स पर भी फोकस करेंगी। यानी प्रियंका मनोरंजन जगत के क्षेत्र में पूरी तरह छा जाने का इरादा रखती हैं।