धार्मिक प्रक्रिया ‘संथारा’ को गैरकानूनी करार देने के राजस्थान उच्च न्यायालय के फैसले पर सोमवार को उच्चतम न्यायालय ने रोक लगा दी। जैन समुदाय में संथारा प्रक्रिया का प्रचलन है जिसमें मृत्यु के लिए अन्न जल का त्याग कर दिया जाता है। राजस्थान उच्च न्यायालय ने दस अगस्त को संथारा को गैरकानूनी बताते हुए इसे भारतीय दंड विधान की धारा 306 और 309 के तहत दंडनीय बना दिया था। ये धाराएं आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित हैं।