छतरपुर/बकस्वाहा। प्रशासनिक उपेक्षा और जनप्रतिनिधियों के असंवेदनशील रवैया के चलते बकस्वाहा क्षेत्र बुनियादी व्यवस्थाओं से वंचित है। यहां कहने को तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं न पर्याप्त स्टाफ और न ही यहां कोई व्यवस्थाएं हैं। अस्पताल में शव वाहन भी नहीं है, नगर परिषद के पास भी शव वाहन नहीं है। इतने बड़े नगर में शव वाहन न होने के कारण परिजनों को शव अपने कंधे पर रखकर अस्पताल से घर तक ले जाना पड़ा।