केदारनाथ के चौराबाड़ी झीले में पानी इकट्ठा होने से लोगों में एक बार फिर से भय का माहौल बन रहा है लेकिन प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम का कहना है कि झील का गंभीरता से निरीक्षण किया गया है और झील में किसी भी तरह का खतरा नहीं है। उत्तराखंड में प्राकृतिक सुंदरता की भरमार है चारों तरफ नैसर्गिक सौन्दर्य और सुंदर झरने, प्राकृतिक नजारे सब को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। उत्तराखंड के विभिन्न स्थलों पर देवरिया ताल, तोली ताल, बेदनी कुंड, देवताल, रूप कुंड जैसी कई झीलें हैं, जिन्हें देखने हजारों की संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं, लेकिन 2013 में केदार त्रासदी में चौराबाड़ी झील के टूटने के बाद इन झीलों से अब लोगों को संदेह सा लगने लगा, इन दिनों सोशल मीडिया केदारनाथ में चौराबाड़ी झील में पानी जमा होने के बाद उसे खतरनाक बनाकर पेश किया जा रहा है लेकिन एसडीआरएफ सेना नायक तृप्ति भट्ट का कहना है कि प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर जाकर एक्सपर्ट के साथ निरीक्षण किया और इस झील में बहुत कम पानी है किसी भी तरह का खतरा नहीं है।