महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक सहित कई राज्य भीषण बाढ़ की चपेट में है। करीब 200 लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिला है। पश्चिमी महाराष्ट्र के 4 जिलों, कोल्हापुर, सतारा, सांगली और अकोला में बाढ़ के हालात शुक्रवार को भी बने हुए हैं। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर सांगली में है। भारतीय मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक केरल, महाराष्ट्र, गोवा, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान में अगले 24 घंटे में भारी से काफी बारिश होने की संभावना है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। कई राज्यों में रेल, सड़क और हवाई यातायात प्रभावित है और कई रेलगाड़ियों को रद्द करना पड़ा। गुजरात में भी बाढ़ का कहर जारी है। सरदार सरोवर बांध का जलस्तर पहली बार 131 मीटर पहुंचने के बाद बांध के 20 दरवाजे खोले गए हैं। वडोदरा, नर्मदा और भरुच जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। बाढ़ को देखते हुए राज्य सरकारों ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। पिनराई विजयन सरकार ने रेड अलर्ट जारी कर सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का ऐलान किया है। वहीं महाराष्ट् की फरणवीस सरकार ने भी ऑफिसों और स्कूल-कॉलेजों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। महाराष्ट्र में अब तक 2 लाख लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। एनडीआरएफ की 13 टीमें कोल्हापुर और सांगली में राहत कार्य में जुटी हुई हैं। वहीं केरल एक बार फिर भीषण बाढ़ की चपेट में है। अब तक सूबे में बाढ़ से 38 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा है कि पिछले तीन दिनों में कई लोगों की मौत हो गई। फिलहाल, एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत कार्य में जुटी है। प्रशासन भी चारो तरफ अपनी निगाह बनाए हुए है। रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है।