इंदौर. तीसरे सावन सोमवार के साथ नागपंचमी भी है। नाग मंदिर और शिवालयों में अल सुबह से शिव आराधना का दौर शुरू हुआ जो रात तक चलेगा। सोमवार सुबह से ही भक्तों की भीड़ नाग मंदिरों पर उमड़ पड़ी। भक्तों ने नाग मंदिर और शिवालयों में पहुंचकर नाग देव को दूध पिलाया। छत्रीबाग स्थित अति प्राचीन नाग मंदिर भक्तों ने बांबी का पूजन किया। बुजुगों के अनुसार महारानी की पालकी राजवाड़ा से यहां आती थी और यहां आकर वे कागज पर नाग-नागिन का चित्र बनाकर उनकी पूजा करती थीं।