दो हफ्ते बाद अस्पताल से लौटा. सीने में नया दिल लिए. तभी जाना कि मेरे भीतर एक 'हिंदू दिल' धड़क रहा है. डॉक्टर की रजामंदी के बाद सबसे पहले उसके गांव गया. जैसे-जैसे घर के करीब जा रहा था, मेरा नया-नवेला दिल अचानक जोरों से धड़कने लगा था. घर के सामने ही खिचड़ी बालों वाली एक औरत इंतजार कर रही थी. ये मेरी नई मां थी. सोहेल अब्दुल रहीम वोहरा वो शख्स हैं, जिनके भीतर एक हिंदू युवक का दिल लगा है.