ये बात है 13 मार्च 2011 की। वर्ल्ड कप के ग्रुप मैच में न्यूजीलैंड की कनाडा के साथ भिड़ंत हुई। कनाडा ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। न्यूजीलैंड की ओर से ओपिनंग करने के लिए धुआंधार बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल और ब्रेंडन मैकुलम पिच पर आए। गुप्टिल तो कुछ कमाल नहीं दिखा पाए और पवेलियन लौट गए लेकिन मैकुलम ने शानदार शतकीय पारी खेली और आउट हो गए। इसके बाद एक मजबूत पारी कप्तान रोज टेलर ने खेली। विकेट गिरते रहे लेकिन न्यूजीलैंड के रनों का ग्राफ ये सधी रफ्तार से बढ़ता गया। इसके बाद आठवें नंबर पर आए ऑल राउंडर जेम्स फ्रेंकलिन को शायद मालूम भी नहीं होगा कि वो उस दिन एक इतिहास रचने वाले थे। फ्रेंकलिन ने 8 बॉल पर 387.50 के स्ट्राइक रेट से 31 रन बनाए। अपनी आतीशी पारी में फ्रेंकलिन ने 2 चौके और 3 छक्के मारे। न्यूजीलैंड ने निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 358 रन बनाए। वहीं फ्रेंकलिन ने वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट से खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। बता दें ये मैच न्यूजीलैंड ने 97 रनों से जीत लिया था।