अन्याय सहने से न्यायाधीश बनने तक का सफर | जोयिता मोंडल | पहली ट्रांसजेंडर जज

DainikBhaskar 2019-06-26

Views 407

29 साल की जोयिता मोंडल देश की पहली ट्रांसजेंडर जज हैं। 8 जुलाई 2017 को पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर की लोक अदालत में जोयिता को जज के रूप में नियुक्त किया गया। जहाँ समाज की विचारधारणाओं की वजह से उनके माँ-बाप ने उन्हें घर से बेघर किया वहीँ आज वे एक उदाहरण बन चुकी हैं। आज भी समाज में ट्रांसजेंडर्स को वह इज़्ज़त नहीं मिलती जिनके वह हक़दार हैं। लेकिन जोयिता ने लोगों के समक्ष एक उदाहरण पेश किया है जो ट्रांसजेंडर को आम लोगों से अलग मानते हैं।

Share This Video


Download

  
Report form
RELATED VIDEOS