ये बात है वर्ल्ड कप 2003 की। ग्रुप मैचों में इंडिया और ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत हुई। ये सचिन-सहवाग-गांगुली का दौर था। सौरव गांगुली टीम इंडिया के कप्तान थे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। गांगुली और तेंदुलकर ओपनिंग करने उतरे। हर कोई दोनों की तूफानी पारी देखना चाहता था लेकिन हुआ इसके ठीक उलट। गांगुली 21 गेंदों पर मात्र 9 रन बनाकर ब्रेट ली का शिकार बन गए। इसके बाद सहवाग आए, वो भी 4 गेंद खेलकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद तो विकेट गिरते ही चले गए। राहुल द्रविड़ 23 गेंद पर 1 रन, युवराज सिंह 0, कैफ 1 और पूरी टीम 125 रन पर सिमट गई। टीम इंडिया की तरफ से सर्वाधिक 36 रन सचिन ने बनाए और उनके बाद 28 रन हरभजन सिंह ने... जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 22.2 ओवर में एक विकेट खोकर लक्ष्य पूरा कर लिया। शर्मनाक हार के चलते टीम की काफी आलोचना हुई थी।