बिहार में चमकी बुखार से मरने वालों बच्चों की संख्या 160 के पार हो चुकी है। सिर्फ मुजफ्फरपुर में ही 117 से ज्यादा बच्चे जान गंवा चुके हैं। प्रशासन से लेकर डॉक्टर्स तक किसी को भी इस बुखार के बारे में कोई जानकारी नहीं है। नेताओं-अफसरों का अस्पतालों में आना-जाना लगा है, सिस्टम लाचार है और बच्चे अकेले ही जिंदगी और मौत के खेल से जूझ रहे हैं। हर कोई एक ही सवाल पूछ रहा है कि बच्चों की सांसें छिनने का ये सिलसिला आखिर कब खत्म होगा? आइए जानते हैं आखिर ये चमकी है क्या? क्या ये वाकई कोई बुखार है या फिर अभी तक सिर्फ अंदाजे ही लगा रहे हैं.