ये कहानी है पाकिस्तान की कंगाली की। भारत का पड़ोसी देश लगातार विदेशी कर्ज के तले दबा जा रहा है। महंगाई सातवें आसमान पर है। जीडीपी में ग्रोथ नहीं है। देश के सेंट्रल बैंक का फंड खत्म हो चुका है और पाकिस्तान को चलाने के लिए आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक जैसे विदेशी संस्थाएं अपनी शर्तों पर पाकिस्तान को कर्ज दे रही हैं..इसी बीच, पीएम इमरान ने जनता को 30 जून तक उनकी नामी-बेनामी संपत्ति डिसक्लोज करने का आदेश दिया है, अगर ऐसा नहीं किया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आइए जानते हैं पाकिस्तान इस हालत में पहुंचा कैसे, आखिर वो कौन से फैक्टर हैं जो पाकिस्तान को लगातार कर्ज लेने पर मजबूर कर रहे हैं..