प्रतिभाएं कहीं भी छिपी हो सकती हैं, अगर आप तलाशें तो तरासने को देश में ढ़ेरों टैलेंट हैं। ऐसे में बेंगलुरु के टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग सेंटर को विजिट करने पर ये देखा गया कि टोयोटा द्वारा हर साल समाजिक कार्य किया जाता है।जिसके तहत हर साल कंपनी 60 युवाओं को तलाशकर उनकी की प्रतिभाओं है निखारने का काम करती है ,जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
-टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के बेंग्लूरू स्थित प्लांट में है ये इंस्टीट्यूट
-टोयोटा निशुल्क हर साल 60 बच्चों को चुनकर उन्हें निशुल्क तीन साल की आईआईटी ट्रेनिंग देती है
-अंग्रेजी भाषा व फिजिकल एक्टीविटी के तौर पर मजबूत किया जाता है छात्रों को
-प्रैक्टिकल के तौर पर कंपनी की रीयल कारों को डिस्मेंटल करके फिर से असेंबल करते हैं ये छात्र
-क्वालिटी के प्रति इन्हें बनाया जाता है सजग
-100 फीसदी प्लेसमेंट के कमिटमेंट के साथ कंपनी करती हैं इन्हें ट्रेंड
-यहां के निकले बच्चे और भी कंपनियों में कर रहे हैं काम
आइए देखें कि टोयोटा किस तरह से इन बच्चों की जिंदगी बदल रही है।