हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के ठियोग के सेब बागवान मौसम आधारित फसल बीमा योजना को लूट की योजना करार दे रहे हैं. बागवानों का कहना है कि कंपनी प्रीमियम तो काट लेती है लेकिन क्लेम नहीं देती है. यही वजह है कि बागवान ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. यही वजह है कि ठियोग के मतियाना में माकपा विधायक राकेश सिंघा के नेतृत्व में बागवान एकजुट हुए. बागवानों का कहना है कि हर साल फ्लावरिंग से लेकर सेब सेटिंग तक खराब मौसम और ओले की मार पड़ती है, जिसके चलते हमारा लाखों का नुकसान होता है. इस योजना का आलम यह है कि बीमा के नाम पर हर साल बीमे का प्रीमियम काट लिया जाता है पर मुआवजे के नाम पर बागवानों को ठेंगा दिखाया जाता है. बागवानों से बीमे की प्रीमियम 4 हजार से लेकर 18 हजार रूपए तक काटे जाते हैं.