राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों और प्रदेश के मेडिकल छात्रों के लिए एक बड़ी राहत वाली खबर है. मरीजों को अब अस्पतालों में डॉक्टर की कमी होने या डॉक्टर के नहीं आने के कारण घर लौटना नहीं पड़ेगा. सरकार ने इसके लिए एक अच्छा उपाय निकाला है. अब मेडिकल के छात्र पास करने के बाद प्रदेश में मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पतालों के अलावा अपने पास के किसी भी अधिकृत नॉन टीचिंग हॉस्पिटल से भी इंटर्नशिप कर सकेंगे. राज्य सरकार ने इंटर्नशिप यानी जूनियर डॉक्टर के रूप में काम करने के लिए संबद्ध अस्पतालों की सूची के साथ आदेश जारी कर दिए हैं.