दिल्ली की सत्ता तक जाने वाला रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है. उत्तर प्रदेश देश की राजनीति की दिशा तय करता है. क्योंकि यूपी में लोकसभा की सबसे अधिक 80 सीटें हैं. 2014 में इनमें से 71 सीटें बीजेपी की झोली में गईं, जिससे उसकी प्रचंड बहुमत से सरकार बनी. इसलिए सबका फोकस यूपी के एग्जिट पोल पर है. यहां जिसकी सीटें ज्यादा रहेंगी समझिए उसकी सरकार बन सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद बनने के लिए यूपी की जमीन चुनी तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सक्रिय राजनीति में एंट्री के बाद इसी यूपी को अपनी कर्मभूमि बनाने का फैसला किया. इसी सियासी जमीन को हथियाने के लिए मायावती ने भी अपनी धुर विरोधी समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाकर काशीराम के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ा.