मैट्रिक की परीक्षा का रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद हिन्दी विषय में कम नंबर मिलने की शिकायत पर कई छात्रों द्वारा कॉपी स्कूटनी के मांग पर अब मामला तूल पकड़ने लगा है. बड़ी बात यह है की विद्यालय प्रशासन ने जिस दो रूम में 2018 और 2019 की कॉपी को जांच के बाद सुरक्षित रखने की दावा किया था उस दो रूम में से कॉपियों के ढेर के बीच केवल 18 बैग्स को ही चोरों ने निशाना बनाया है जिसमें 2019 की कॉपियों को मूल्यांकन के बाद रखा गया था.