Dalit Dulha Barat in police protection in Chhatarpur
छतरपुर। आज़ादी के कई दशक गुजर जाने के बाद भी मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के ग्रामीण अंचल में सामंतवाद और दबंगों का खौफ है। शायद यही वजह है कि दलितों पर अत्याचार एवं भेदभाव के नित नए मामले सामने आ रहे हैं।
पुलिस सुरक्षा की मांग की थी
ताजा मामला छतरपुर जिले के हरपालपुर थाना क्षेत्र के काकुनपुरा गांव में शुक्रवार संभवतया पहली बार किसी दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठाकर बारात निकली है। हालांकि यह बारात भी पुलिस के साये में निकाली जा सकी है। दूल्हे के पिता द्वारा शादी के दौरान गांव के दबंगों व असामाजिक तत्त्वों द्वारा शादी में रुकावट पैदा करने के मकसद से मारपीट की आशंका जताते हुए पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। इस संबंध में उसने छतरपुर पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह को आवेदन दिया था।