गोमूत्र का आयुर्वेद और अन्य शास्त्रों में चिकित्सकीय महत्व बताया गया है। गोमूत्र दर्दनिवारक होने के साथ ही गुल्म, पेट के रोग, आनाह, विरेचन कर्म, आस्थापन, वस्ति आदि बीमारियों का नाश करता है।
गाय के मूत्र का स्वाद कसैला, गरम तथा कड़क होता है. गौमूत्र विषनाशक, जीवाणु का नाश करने वाला, शक्ती से भरपूर तथा बहुत जल्दी पचने वाला होता है. इसमें फॉस्फेट, पोटैशियम, नाइट्रोजन, कॉपर, यूरिक एसिड, यूरिक एसिड, क्लोराइड तथा सोडियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
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गोमूत्र का आयुर्वेद और चिकित्सकीय महत्व
गोमूत्र का आयुर्वेद महत्व
गोमूत्र का चिकित्सकीय महत्व
गोमूत्र का महत्व
गाय के मूत्र का स्वाद कैसा होता है
गौमूत्र विषनाशक
गौमूत्र शक्ती से भरपूर तथा बहुत जल्दी पचने वाला
गौमूत्र शक्ती से भरपूर
गोमूत्र अमृत के समान
गोमूत्र में क्लोराइड तथा सोडियम प्रचुर मात्रा
गोमूत्र में फॉस्फेट और पोटैशियम
गोमूत्र में कॉपर और यूरिक एसिड