स्वामी रामानंदाचार्य हंस देवाचार्य का पार्थिव शरीर शनिवार को खड़खड़ी स्थित श्मशान घाट में पंचतत्व में विलीन हो गया. हजारों की संख्या में पहुंचे संतों और उनके भक्तों ने नम आंखों से अपने संत को अंतिम विदाई दी. प्रदेश सरकार की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर भी पेश किया गया.