शांति मंत्र एक सार्वभौमिक मंत्रों का समूह है जो अन्य वैदिक मंत्रों से विपरीत है और हमें सुखद अनुभव देता है। इस मंत्र के सानिध्य में आनेवालों की विचारधारा अत्यंत शांतिमय हो जाती है। शांति मंत्र को विश्व भर में ध्यान और योगा करते समय बोला जाता है क्यूंकि यह शाश्वत शांति के लिए के सर्वोच्च प्रार्थना है। शांति मंत्र गहन अर्थ के साथ होते है और इनका बहुत महत्त्व है। इस वीडियो में हम आपको शांति मंत्र जाप से क्या लाभ होता है वह बताने जा रहे हैं
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१ शांति मंत्र की पहचान शांति और सद्भाव के लिए हिंदू प्रार्थना के रूप में की जाती है। ये वैदिक मंत्र प्राचीन संस्कृत ग्रंथों में पाया जाता है मुख्यतः उपनिषद
२ किसी भी मुख्य विषय की शुरुआत करने से पहले शांति मंत्र पढ़ा जाता है और आज भी धार्मिक प्रवचनों और अनुष्ठानों की शुरुवात या अंत में इसे पढ़ा जाता है
३ सर्वेषाम मंत्र को एक सार्वभौमिक प्रार्थना है, जो अपने आप को ही नहीं, परन्तु सभी प्राणियों की शांति, पूर्ति और कल्याण के लिए सर्वोच्च भगवान को आह्वान करती है
४ यह संस्कृत प्रार्थना सबसे प्रतिष्ठित शांति मंत्रों में से एक है और ये माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति बृहदारण्यक उपनिषद से हुई है
५ यह मंत्र इस प्रकार है।
सब का भला हो ! सब को शान्ति मिले ! सभी को पूर्णता हासिल हो ! सब का मंगल हो ! ।। १ ।।
सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े ।। २ ।।
७ एक और सुखद संस्कृत मंत्र जो विश्व स्तर पर शांति मंत्र के लिए प्रशंसित है
सारे लोक सुखी हो, सारी पीड़ाओं से मुक्त हो और सभी संघटित हो
९ तो इन शांति मंत्रो के साथ आपकी सुबह की शुरवात तथा कार्यस्थान पर इनका पठन करें और पूरा दिन शांतिमय बनाइये। ऐसे और वीडियो देखने के लिए हमारे यूट्यूब चॅनेल को सब्सक्राइब करें और हमारा फेसबुक पेज लाइक करें
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